डिजिटल मार्केटिंग क्या है /सभी लोग अचानक ऑनलाइन क्यों जा रहे हैं digital marketing all modules in hindi
digital marketing all modules in hindi |
डिजिटल मार्केटिंग क्या है ?digital marketing all modules in hindi
ये लेख हिंदी में लिखने का मेरा मुख्य उद्देश्य मेरे ब्लॉग के उपभोक्ताओं को डिजिटल मार्केटिंग की व्यक्ख्या हिंदी में करना है | इस लेख को पढने के बाद आप जानेंगे कि :digital marketing all modules in hindi
डिजिटल मार्केटिंग क्या है ?
सभी लोग अचानक ऑनलाइन क्यों जा रहे हैं ?
डिजिटल मार्केटिंग से क्या लाभ होता है ?
डिजिटल मार्केटिंग आखिर किन अन्य विषयों से मिल कर बनी है ?
डिजिटल मार्केटिंग किस प्रकार से विकसित हुई ?
सर्च इंजन ऑप्टीमाईज़ेशन क्या होता है ?
पे पर क्लिक मार्केटिंग का क्या अर्थ है ?
सोशल मीडिया मार्केटिंग क्या होती है ?
डिजिटल मार्केटिंग का मूल्याङ्कन कैसे किया जाता है ?
डिजिटल मार्केटिंग क्या है ?
डिजिटल मार्केटिंग दो मुख्य शब्दों से मिल के बना है –
डिजिटल और मार्केटिंग | सबसे पहले हम इन शब्दों के अर्थ को समझते हैं –
डिजिटल क्या है ?digital marketing all modules in hindi
यहाँ पर डिजिटल का अभिप्राय इलेक्ट्रॉनिक और कंप्यूटर से है और मुख्य रूप से इन्टरनेट से है जो एक इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क है जिस नेटवर्क का हिस्सा दुनिया का हर वो व्यक्ति है जो किसी भी डिजिटल उपकरण के द्वारा इन्टरनेट का प्रयोग करता है |
मार्केटिंग क्या है ?digital marketing all modules in hindi
मार्केटिंग का शाब्दिक अर्थ है विपणन | किसी भी बिज़नस या सर्विक को सबसे पहले उसके उत्पादक ही जानते है उसके बाद वो लोग जानते हैं जो लोग उस उत्पाद से जुड़े हुए हैं और जान्ने वाले लोगों का दायरा काफी सीमित होता है | उपभोक्ताओं को जब तक उस उत्पाद या सर्विस के बारे में सूचना न मिले तब तक उन्हें पता भी नहीं चलेगा की ऐसी कोई सर्विस या उत्पाद बाज़ार में उपलब्ध है |
नए या पहले से मौजूद उत्पादों या सर्विस की सूचना मौखिक और लिखित प्रारूप में लक्षित उपभोक्ताओं तक पहुचने की प्रक्रिया को मार्केटिंग कहते हैं |
डिजिटल का अभिप्राय इन्टरनेट से है, मार्केटिंग का अर्थ है विपणन | अपने व्यवसाय एवं सेवओं को इन्टरनेट (ऑनलाइन) के माध्यम से अपने ग्राहकों के समक्ष प्रस्तुत करने की प्रक्रिया को डिजिटल मार्केटिंग कहते हैं | इस प्रक्रिया को कई खंडो में विभाजित किया जा सकता है :
१. अपने व्यवसाय एवं सेवाओं के सारांश को एक विज्ञापन में संजोना |
२. अपने विज्ञापन को अपनी वेबसाइट या किसी अन्य ऑनलाइन समुदाय, वर्गीकृत, इत्यादि वेबसाइट में प्रकाशित करना |
३. प्रकाशित विज्ञापन या लेख का लक्षित दर्शको / उपभोक्ताओ तक पहुचना
इन्टरनेट संभावित उपभोक्ताओं का भंडार है | इन्टरनेट मार्केटिंग के माध्यम से आपका विज्ञापन जितने अधिक से अधिक लोगों तक पहुचता है आपकी सफलता की प्रायिकता उतनी ही बढ़ती जाती है |
सभी लोग अचानक ऑनलाइन क्यों जा रहे हैं ?
नए उत्पादों, सेवाओं एवं स्थानों की जानकारी हेतु
अपने प्रश्नों के उत्तर हेतु
किसी प्रकार की सहायता हेतु
किसी व्यक्ति विशेष की जानकारी हेतु
व्यवसाय के नए अवसरों की तलाश में
ऑनलाइन व्यापर करने हेतु
अपनी संस्था के लिए कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए
ऑनलाइन बिल का भुगतान करने के लिए
इसके इलावा अन्य कई कारण है जिनकी वजह से लोग अपने अधिकतर कार्य ऑनलाइन ही कर लेते है | ऐसा करने से उनके समय एवं पैसे , दोनों की बचत होती है | छोटे व्यवसायों के लिए लोगो तक पहुचना आसन हो जाता है | जिस प्रकार लोग अन्य वेबसाइट तक पहुचते है उसी प्रकार आपकी वेबसाइट तक भी पहुच सकते है |
डिजिटल मार्केटिंग से क्या लाभ होता है ?
पारंपरिक मार्केटिंग की तुलना में डिजिटल मार्केटिंग निम्नलिखत कारणों से उपयोगी है :
किफायती होता है
इसका विश्लेषण किया जा सकता है
नियंत्रण उपभोक्ताओं के हाथ में रहता है
अधिक सुविधाजनक है
अधिक संतुष्टि प्रदान करता है
ब्रांड की निष्ठा को बढ़ाता है
बिक्री की प्रक्रिया को तेज़ करता है
बिक्री के समस्त खर्चो को कम करता है
ब्रांड के शशक्तिकरण में सहायक होता है
लक्षित परिणाम मिलते है
डिजिटल मार्केटिंग किन मूल तत्वों से मिले के बना है ?digital marketing all modules in hindi
निम्नलिखित विषयों को डिजिटल मार्केटिंग की आधारशिला माना गया है :
वेबसाइट के पृष्टों के साथ उपभोक्ताओं का अनुभव
एस . ई. ओ ( search engine optimizaton )
पे पर क्लिक विज्ञापन
व्यवसाय के लिए सोशल मीडिया का प्रबंधन
लेखों के द्वारा उपभोक्ताओं तक अपने व्यवसाय एवं अपनी सेवाओं की जानकारी पहुचना
इन्टरनेट पे बैनर द्वारा विज्ञापन करना
अपने ब्रांड की छवि का इन्टरनेट पे प्रचार, प्रसार एवं प्रबंधन
डिजिटल मार्केटिंग किस प्रकार से विकसित हुई ?digital marketing all modules in hindidigital marketing all modules in hindi
डिजिटल मार्केटिंग की आवश्यकता १९९९ – २००० में हुई जब कई लोगो की वेबसाइट ऑनलाइन हो चुकी थी | लोगों द्वारा बनायी गयी वेबसाइटस को उनके निर्माता या उनके संपर्क में रहने वाले लोग ही जानते थे | किसी भी वेबसाइट के मालिक के लिए उसकी वेबसाइट तब तक किसी काम की नहीं जबतक लक्षित ग्राहकों तक वो वेबसाइट नहीं पहुच जाती है | अपनी वेबसाइट तो अन्य लोगों तक पहुचने के लिए लोगों ने :
ऑनलाइन विज्ञापन का सहारा लिया और
अन्य प्रसिद्ध वेबसाइट पर अपनी वेबसाइट को लिंक किया
या किसी से चैट करते वक़्त अपनी वेबसाइट को प्रमोट किया
ईमेल के माध्यम से लोगों ने अपनी वेबसाइट का लिंक और लोगों को भेजना शुरू कर दिया
यह डिजिटल मार्केटिंग की शुरुआत थी |
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